जनवरी : इस राशि पर वर्ष के आरम्भ से ही रही का प्रभाव रहेगा तथा राशि स्वामी शुक्र स्वयं सूर्य और मंगल के साथ गोचर करेंगे जिसकी वजह से आपके कार्यो में उत्तर चढ़ाव रहेगा और स्वाभाव में तेजी बानी रहेगी ,स्वास्थ्य से सम्बंधित मामलो में ध्यान देना होगा , इस मॉस में खर्चे की अधिकता रहेगी मध्य उपरांत शुक्र उधय होने से आपके रुके हुए कार्य बनने लगेगा ,, उलझनों के वावजूद भी आपका कार्य सिद्ध होगा
फरवरी : राहु के लग्न में होने से और राशि स्वामी शुक्र अष्टम भाव में होने की वजह से व्यर्थ की भागदौड़ बानी रहेगी ,यात्रा की अधिकता रहेगी अकारण क्रोध से बचना होगा ,मानसिक तनाव बना रहेगा ,कही दूर की यात्रा संभावित है , लेकिन मध्यप्रांत आपके सोचे हुए कार्यो के पूर्ण होने से आपको ख़ुशी मिलेगी किसी के सहयोग से आपका रुका उहा कार्य पूर्ण होगा और धन की प्राप्ति होगी।
मार्च : राशि स्वामी शुक्र राशि से नवम भाव में अर्थात भाग्यभाव में होने की वजह से आपके मान सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी ,आपके कार्यो में अचानक लाभ प्राप्ति के योग है ,लेकिन राहु लग्न में होने की वजह से मानसिक तनाव किसी भी कारन बन सकता है ,लेकिन धन प्राप्ति का योग बना रहेगा ,नौकरी वर्ग के लोगो के लिए समय चुनौतीपूर्ण रहेगा। वृषभ राशि के बच्चो के स्वास्थ्य पर ध्यान देना होगा।
अप्रैल :मासारम्भ में कुछ मानसिक उलझने आपको परेशान कर सकती है। लेकिन 12 अप्रैल से राहु लग्न से बारहवे भाव में गोचर करेगा जिसकी वजह से परिस्थितिया आपके पक्ष में होंगी ,राशि स्वामी शुक्र स्वयं मंगल और गुरु के साथ गोचर में योग बनैंगे जिसकी वजह से कार्यो में सफलता प्राप्त होगी , आपके किए हुए कार्यो द्वारा प्रसंसा प्राप्त होगी नए योजनाओ पर कार्य विचार बनेगा जो आपको एक उत्त्साह देगा ,लेकिन बारहवे राहु की वजह से यात्रा और खर्च दोनों का योग बना हुआ है जो मन को चिंतित करेगा ,अन्यथा के तनाव से बचना होगा क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखना होगा।
मई :राशि स्वामी शुक्र राशि से एकादश भाव में उच्चस्थ होंगे जिसे पूर्व में किए हुए कार्यो सफलता प्राप्त होगी , अकस्मात धन लाभ का स्त्रोत बनेगा ,लेकिन शनि की बारहवे व्यय भाव पर दृष्टि होने की वजह से खर्चे की अधिकता रहेगी। वही राशि स्वामी शुक्र 23 तारीख से राहु के साथ द्वादश भाव में गोचर करेंगे जिसकी वजह से खर्च की अधिकता और यात्रा रहेगी किसी बुजुर्ग का स्वास्थ्य आपको तनाव दे सकता है।
जून : मास के आरम्भ में राशि स्वामी शुक्र राहु संग गोचर में बारहवे भाव में योग बना कर बैठे होने की वजह से व्यस्तता की वजह से अत्यधिक तनाव दे सकते यात्रा का बनाएंगे खर्च की भी अधिकता रहेगी , लेकिन स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक होगा मास मध्योपरांत शुक्र राशि में आएंगे जिसकी वजह से बिगड़े हुए कार्य रुके हुए कार्य में सुधर होगा पराक्रम में वृद्धि और सुख सुविधाओं में वृद्धि होगा ,भूमि लाभ का योग बनेगा ,लेकिन खर्चे की अधिकता रहेगी।
जुलाई : शुक्र के लग्न में होने की वजह से मित्रो द्वारा सहयोग , प्रेम सम्बन्धो में वृद्धि अपने लोगो के मध्य समय गुजरेगा जो सुखद रहेगा , सुख का वातावरण बना रहेगा नए परियोजनाओं पर कार्य होगा जिसमे सफलता मिलेगी ,सूर्य शनि का समसप्तक योग बनेगा जिसकी वजह से अपने लोगो में मतभेद उत्पन्न होगा क्रोध में वृद्धि होगी ,13 तारीख से शुक्र द्वित्य भाव में जाएन्गे जिसकी वजह से आपसी रिश्तो में सुधर होगा पुराने मित्रो से मुलाकात होगी ,किसी बड़े के सहयोग से आपका कार्य संपन्न होगा।
अगस्त : अगस्त मॉस में 7 तारीख के बाद सूर्य और शुक्र एक साथ तृत्य भाव में गोचर करेंगे तथा इन पर गुरु और शनि की भी दृष्टि रहेगी जिसकी वजह से वातावरण तणावपूर्ण और उलझन वाला होगा , कार्य में पार्टनर के साथ मतभेद उत्पन्न होगा किसी की साजिस का सामना करना पड़ेगा ,संयम रखना होगा , लें दें में अति भरोसा से बचे नहीं तो नुकशान की सम्भावना है मास के अंत में समय अनुकूल हो जायेगा।
सितम्बर :राशि स्वामी शुक्र पर मंगल की दृष्टि होने से तथा चतुर्थ भाव में दृष्टि होने की वजह से पता पिता का स्वास्थ्य चिंता का विषय बन सकता है। जिसकी वजह से मानसिक तनाव रहेगा ,लेकिन वाहन सुख का योग बन रहा है अचानक खर्चो का योग बनेगा और अचानक किसी की दखलअंदाजी आपको तणाव दे सकता है मॉस के अंत में शुर अपनी नीच राशि में गोचर करेंगे जो की कार्यो के रुकावट उत्पन्न करते यही।
अक्टूबर :राशि में पंचम भाव स्थिति शुक्र तथा बुध का योग बनते हुए कार्यो को रोकेंगे , विद्द्या प्राप्ति में कठिनाई आ सकती है ,अपने सम्बन्धिओ से तनातनी हो सकती यही , लेकिन किसी मित्र के सहयोग से कुछ कार्यो में सुधर होगा ,सोच समझ कर धन दे नहीं तो वापसी का योग नहीं यही धन नुक्शन होगा और सम्बन्ध भी बिगड़ेगा।
नवंबर :राशि स्वामी शुक्र षष्ठ भाव में सूर्य और केतु के साथ 24 तारिक तक गोचर करेंगे जिसकी वजह से स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे , जीवनसाथी की बात मने नहीं तो घर की स्थिति तनाव पूर्ण हो जाएगी ,व्यर्थ की भाग दौड़ और व्यर्थ की खर्चे की अधिकता रहेगी , लेकिन शुक्र का स्वग्रही होना आपको सुखद अनुभूति करवाएगा। कार्यो में सुधर की स्थिति बनेगी धन लाभ का भी अवसर प्राप्त होगा।
दिसंबर : मासारम्भ में शुक्र की दृष्टि स्वग्रही होगी जिससे आपको बहुत ही सुखद अनुभूति होगी बिगड़े हुए कार्य में सुधर होगा और संपन्न होगा , राशि स्वामी सुख करक बस्तुओ पर खर्च करवाएंगे , वहां का योग बनेगा ,लेकिन मध्य मास में शुक्र अष्टम भाव में होंगे जिसकी वजह से स्वस्थ के प्रति सचेत रहे पेट से सम्बंधित समस्या उत्पन्न हो जाएगी खान पिन पर ध्यान दे।
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